दलित या शूद्र अपना रोना रोते है
अपने को दीन हीन बताने बाला ये
तबका कभी अपना इतिहास उठा कर
नही देखता सतयुग द्वापुर एंव
त्रेतायुग कालो मे राम या कृष्ण के युग
मे दलितो के अत्याचार का कोई
वर्णन नही मिलता और तो और हम
अगर 5000 ईसा पूर्व जाये
तो इतिहास मे दलित अत्याचार
का वर्णन नही है क्योकी तब दलित
भी सम्माननिय जीवन
जीता था लेकिन नये धर्मो के उदय एंव
आक्रमण कारी यो द्वार भारत पर
कब्जा जमाने के बाद दलित अत्याचार
शुरू हुय
शुक्रवार, 6 अप्रैल 2012
हिँदू धर्म को पहचानो
हिँदू धर्म ही एकमात्र ऐसा धर्म है
जिसमे कई पंथ सप्रदाय होने के बाद
भी मतभेद नही है हर त्रिदेवो मे
आस्था रखते है इसके विपरित इस्लाम
मे शिया सुन्नि विवाद ईसाई धर्म मे
कैथोलिक एंव प्रोटेटस विवाद बौद्ध
महायान हीनयान जैन दिँगबर
शेवतामबर ...आखिर इन धर्म मे
विवाद पैदा क्यो और किसने किया ये
सोचने की बजाय मुस्लिम एंव ईसाई
हिँदू धर्म पर उँगली उठाते है ऐसे धर्म
मानवीय नही बल्की भ्रष्ट
दिमागी सोच भर है ...जय माँ भारती
जिसमे कई पंथ सप्रदाय होने के बाद
भी मतभेद नही है हर त्रिदेवो मे
आस्था रखते है इसके विपरित इस्लाम
मे शिया सुन्नि विवाद ईसाई धर्म मे
कैथोलिक एंव प्रोटेटस विवाद बौद्ध
महायान हीनयान जैन दिँगबर
शेवतामबर ...आखिर इन धर्म मे
विवाद पैदा क्यो और किसने किया ये
सोचने की बजाय मुस्लिम एंव ईसाई
हिँदू धर्म पर उँगली उठाते है ऐसे धर्म
मानवीय नही बल्की भ्रष्ट
दिमागी सोच भर है ...जय माँ भारती
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