मंगलवार, 9 अगस्त 2011
कांन्वेट शिक्षा मतलब अंग्रोजो कि दलाली
bkआज एक खबर पढी स्कूली छात्राये शराब पीती पकडी ग ई ये एक खबर मात्र नही थी ये उस ओर इशारा है जहाँ हमारे बच्चो का भविष्य तिमिर युक्त और चरित्र विशाक्त बनाया जा रहा है और हम सिर उठा कर दर्प मे कहते है मेरा बच्चा मँहगे कांन्वेट स्कूल मै पढता है देश आजाद तो हो गया लेकिन हमे मानसिक गुलामी से मुक्ति कब मिलेगी क्या हमारी सरकारी शिक्षा इतनि निम्न है की हम इन इसाईत के कारखानो मे अपनी फसल तैयार कर रहे है बेशक कांन्वेट स्कूल शिक्षा को गंभीरता से लेते हो लेकिन वे हमारे बच्चो से वे संस्कार छीन लेते है जो उसे अपने परिवार और परिवेश से मिलते है ये कैसी हमारी लाचारी है आखिर इनके प्रति आकर्षण क्यो है क्या आप ये उम्मीद करते है आपका सुपुत्र आपको लात मार कर घर से निकाल दे या फिर आपके सामने कोई व्याभिचार करे लेकिन ये आपके साथ 100% हो सकता है क्योकी आप सिर्फ कांन्वेट मे पढा ही नही रहे बल्कि प श्चिमि संस्कृति की ओर धकेल रहे है कांन्वेट मे पढ कर बेशक अच्छा रोजगार मिले या ना मिले लेकिन फर्लट सेक्स नशा आगे रहने की चाह घंमड धोखा देने मे महारत हासिल हो जायेगी और हो सकता है तुम लालच मे आकर अपनी आत्मा बेच आओ इसाई बन जाओ तो फिर क्या मतलब एसी शिक्षा का जो चरित्र पर ही कालिख पोत दे क्या आखिर हम चुपचाप तमाशा क्यो देख रहे है इन मिशनरी स्कूलो का बहिष्कार क्यो नही करते अगर हम कांन्वेट स्कूलो का विरोध नही करेगे तो हम एक बार फिर दासता स्वीकारनी होगी और ये दासता अंग्रेजी राज से भयानक और आंतकी होगी तो आप अपने बच्चो को क्या बनायेगे देश का लाल या फिँरगीयो के दलाल इति श्री
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