सोमवार, 19 सितंबर 2011
आज मै दुखी हो गया एक टोपी कि वजह से जो टोपी लाज कहलाती थी वो शर्म का कारण बन गई और टोपी एक वर्ग विशेष कि इज्जत बन गई और विशेष वर्ग गुर्रा कर देखने लगा ओर बुरा ये हुआ किसी गांधी बाबा की विरासत पर पलने वाले कांग्रेसी साँप भी उस टोपी के लिये फुँफकार मार रहे है जो उन्होने कभी नही पहनी क्यो की पहले से खद्दर की टोपी पहनते आ रहे मोदी जी ने कोई गुनाह नही किया क्योकी वो खद्दर की नही अनुशासन की काली टोपी पहनते है और उस पर दाग लगना मुशकिल है शायद इसलिये कांग्रेस और ज्यादा दुखी हो गई नरेन्द्र मोदी का टोपी कांड तो एक बहाना है असली काम कांग्रेस को गुजरात मे आसन जमाना है और हमारे मुस्लिम भाई तो भोँदू है कट्टरता की पट्टी जो बाँध रखी है ये तो इस्लाम को देश से उपर मानता है अपनी नमकहरामी के चलते वंदेमातर को गाने मे शर्म महसूस करता है अब जब मोदी ने टोपी नही स्वीकारी तो बुरा मान गया अरे मुस्लिम बंधू शाल तो मोदी ने लेली तुम्हारा मान तो रखा अरे तुम खुद सोचो अगर हम मुस्लिम विरोधी होते तो आज तुम इतने आजाद ना होते पाकस्तान से ज्यादा खुश रखते है आपको आप फिर भी हमे सांप्रदायिक की सुई चुभोते हो और कांग्रेस के तलवे चाटते हो अरे ये कांग्रेस अपने सगे बाप की नही तो तुम्हारा और देश का क्या भला करेगी मोदी की टोपी पर तो खूब चिल्ला रहे हो जरा कांग्रेस पर भी भड़ास निकालो जो टोपी पहना कर अपना उल्लू सीधा कर रही है जागो भारत के मुस्लमानो वरना एक दिन तुमसे ये भारत माता कहेगी किस हक से यहाँ रह रहे हो
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