संघ प्रमुख मोहन भागवत जी ने बयान दिया बलात्कार भारत मे कम इंडिया मेँ ज्यादा होते है मीडिया को तो जैसे तमाचा लगा और क्रीम लिपिस्टक से पुति अधेड़ नवयौवनायेँ जो महिला आयोग नामक दुकान चलाती है उन्हे तो मिर्गि का दौरा ही पड़ गया
भारत और इंडिया की व्याखया आज होनी चाहिये भागवत जी के ये शब्द तीखे जरूर है क्योकी इनका फल नोँकदार सत्य की तरह है जिसे देख कर मुँह नही छिपाया जा सकता आज भारत न गांव मे है न इंडिया मे किताबो से भी लुप्त हो चुका है किसी का गर्भपात किया गया हो और छोटे छोटे माँस के लोथड़े निकाले जाते है वैसी ही पाश्चात संस्कृति भारत को मिटा रही है शनै: शनै:
धर्म को सेकुलर और वामपंथी लील गये है नैतिक शिक्षा पब्लिक स्कूल खा गये संस्कार आज कौड़ियो के भाव भी नही मिलते आज क ख ग नही A B C से बचपन शुरु होता है आज प्रणाम नही हेलो हाय होता है और ये ABC और हेलो हाय उन गांवो मे भी पँहुच चुका है जिनके नाम ही अटपटे है आधुनिकता की चकाचौध मे आंखे चुँधिया ग ई है सबकी इंडिया और भारत मे भेदभाव तक नही कर पा रहे है