राहूल बाबा आज कल यूपी मेँ जमे है और ताक मे है आने वाले यूपी विधानसभा मेँ काँग्रेसी झँडा गाँड देलेकिन राहुल न समझ है उन्हें अभी ये जानना होगा हम भारतीयों को उनसे क्या उम्मीदे है लेकिन वे तो कांग्रेश के गुलाम बने बठे है भत्ता पारसोल में किया गया उनका आन्दोलन आन्दोलन नहीं सिर्फ एक कुटिलता थी जब कोई किसान आत्महत्या करता है तब राहुल या कांग्रेश अन्देहरे में क्योंछिप जाती है बड़े सरम की बात है हमने राहुल को आपना आदर्श मान लिया जबकि वे २कौदि के राजनीतिग नहीं है अगर कोई उन्हें अमूल बेबे कहता है तो इस में दो राइ नहीं है