हिँदू धर्म ही एकमात्र ऐसा धर्म है
जिसमे कई पंथ सप्रदाय होने के बाद
भी मतभेद नही है हर त्रिदेवो मे
आस्था रखते है इसके विपरित इस्लाम
मे शिया सुन्नि विवाद ईसाई धर्म मे
कैथोलिक एंव प्रोटेटस विवाद बौद्ध
महायान हीनयान जैन दिँगबर
शेवतामबर ...आखिर इन धर्म मे
विवाद पैदा क्यो और किसने किया ये
सोचने की बजाय मुस्लिम एंव ईसाई
हिँदू धर्म पर उँगली उठाते है ऐसे धर्म
मानवीय नही बल्की भ्रष्ट
दिमागी सोच भर है ...जय माँ भारती
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